Sunday, January 24, 2010

इंतजार

जाने कब खत्म होगा ये इंतजार
जाने कब होगी तुमसे मुलाकात !
मेरे इस दिल को तेरा इंतजार आज भी है
सोचता हूँ आज भी जब तेरे बारे में
सो नहीं पता हूँ में रातो में
जाने क्यूँ तेरा इंतजार है
जाने क्यूँ मिलने की आस है
में जानता हूँ मिलना नहीं है मेरे नसीब में
में जनता हूँ ...........
तू नहीं है मेरे करीब में
पर क्या चाहना ही है मेरे नसीब में
जाने क्या लिखा है इन हाथो कि लकीर में

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